मीनापुर कौशलेन्द्र झा
वैशाली लोकसभा क्षेत्र के धरमपुर गांव में हुयी एक छोटी सी बैठक आने वाले दिनो में बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत हैं। दरअसल 13 अप्रैल को वैशाली के प्रबुद्ध यादवों ने बैठक करके राजद के सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा रघुवंश प्रसाद सिंह के सभी कार्यक्रमो का वहिष्कार करने का निर्णय किया है। राजद का परंपरागत वोट कहलाने वाला यह समाज अपने स्वजातीय उम्मीदवार के लिए पहले भी राजद का दामन छोरता रहा है। किंतु, पहली बार बिजातीय उम्मीदवार के लिए बगावत बिहार की राजनीति के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है। पूर्व मंत्री की अध्यक्षता में हुयी बैठक में दर्जनो पंचायत प्रतिनिधियों की मौजूदगी को हल्के में नही लिया जा सकता है। गौरतलब बात यें हैं कि इस बैठक में न सिर्फ मीनापुर वल्की, कांटी, साहेबगंज, बरुराज व पारू के प्रतिनिधियों का शामिल होना साबित करता है कि आक्रोश की चिंगारी कमोवेश पुरे वैशाली लोकसभा क्षेत्र में फैला हुआ है। कहतें हैं कि धरमपुर की एक छोटी सी बैठक वैशाली की राजनीति में भूचाल खड़ा कर सकता है।
वैशाली लोकसभा क्षेत्र के धरमपुर गांव में हुयी एक छोटी सी बैठक आने वाले दिनो में बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत हैं। दरअसल 13 अप्रैल को वैशाली के प्रबुद्ध यादवों ने बैठक करके राजद के सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा रघुवंश प्रसाद सिंह के सभी कार्यक्रमो का वहिष्कार करने का निर्णय किया है। राजद का परंपरागत वोट कहलाने वाला यह समाज अपने स्वजातीय उम्मीदवार के लिए पहले भी राजद का दामन छोरता रहा है। किंतु, पहली बार बिजातीय उम्मीदवार के लिए बगावत बिहार की राजनीति के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है। पूर्व मंत्री की अध्यक्षता में हुयी बैठक में दर्जनो पंचायत प्रतिनिधियों की मौजूदगी को हल्के में नही लिया जा सकता है। गौरतलब बात यें हैं कि इस बैठक में न सिर्फ मीनापुर वल्की, कांटी, साहेबगंज, बरुराज व पारू के प्रतिनिधियों का शामिल होना साबित करता है कि आक्रोश की चिंगारी कमोवेश पुरे वैशाली लोकसभा क्षेत्र में फैला हुआ है। कहतें हैं कि धरमपुर की एक छोटी सी बैठक वैशाली की राजनीति में भूचाल खड़ा कर सकता है।
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