मीनापुर कौशलेन्द्र झा
दोस्तों, बिहार गरीब राज्य है। राज्य के सभी तमाम बड़े नेता बिहार के गरीब होने की दुहाई देते हैं। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि इसी गरीब राज्य के ये नेता किसी भी मायने में गरीब नहीं हैं। अधिसंख्य के पास करोड़ों-अरबों की संपत्ति है। मसलन नवादा से भाजपा के प्रत्याशी गिरिराज सिंह के पास चल संपत्ति के रुप में 70 लाख रुपए हैं। वहीं अचल संपत्ति को जोड़ दें तो श्री सिंह कागजी रुप में भी करोड़पति ही हैं। नामांकन पर्चे के साथ दिये गये संपत्ति के उल्लेख में श्री सिंह ने इस तथ्य को स्वीकारा है कि उनके पास भले ही सोने की केवल एक अंगुठी हो, लेकिन उनकी पत्नी के पास 60 ग्राम सोना और 200 ग्राम चांदी है।
वहीं सासाराम से चुनाव लड़ रहीं निवर्तमान लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के पास अपनी कोई गाड़ी नहीं है। इनकी गरीबी का अनुमान इसी मात्र से लगाया जा सकता है कि इनके पास 36 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। यही हाल जमुई से लोकसभा चुनाव लड़ रहे लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान का भी है। उनके पास भी अपना कोई वाहन नहीं है लेकिन संपत्ति करोड़ों में है। सबसे अधिक आश्चर्यजनक यह है कि चिराग के उपर राजधानी पटना के राजाबाजार स्थित पीएनबी शाखा का करीब 45 लाख रुपए कर्ज है। काराकट से राजद प्रत्याशी कांति सिंह को गहनों से खूब लगाव है। उनके पास 250 ग्राम सोना और 580 ग्राम चांदी है। इनके पति को भी सोने चांदी रखने का बहुत शौक है। पुरुष होने के बावजूद इनके पास 140 ग्राम सोना और 600 ग्राम चांदी है। अन्य चल और अचल संपत्ति की कीमत करोड़ों में है।
बहरहाल, स्वच्छ राजनीति का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दल जदयू की टिकट पर नवादा से चुनाव लड़ रहे कौशल यादव सचमुच बाहुबली हैं। इनके उपर 8 मामले लंबित हैं। नवादा व्यवहार न्यायालय में प्रक्रियाधीन ये मामले जालसाजी, धोखाधड़ी एवं अन्य संज्ञेय अपराधों से संबंधित हैं। बाहुबली होने के साथ-साथ कौशल यादव 15 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है। इसमें इनकी पत्नी पूर्णिमा यादव की संपत्ति भी शामिल है। सबसे खास बात यह है कि श्री यादव अत्याधुनिक शस्त्र रखने के शौकीन हैं और इससे भी दिलचस्प यह है कि पिछले पांच वर्षों में इनकी संपत्ति में दिन दुनी रात चौगुणी वृद्धि हुई है।
दोस्तों, बिहार गरीब राज्य है। राज्य के सभी तमाम बड़े नेता बिहार के गरीब होने की दुहाई देते हैं। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि इसी गरीब राज्य के ये नेता किसी भी मायने में गरीब नहीं हैं। अधिसंख्य के पास करोड़ों-अरबों की संपत्ति है। मसलन नवादा से भाजपा के प्रत्याशी गिरिराज सिंह के पास चल संपत्ति के रुप में 70 लाख रुपए हैं। वहीं अचल संपत्ति को जोड़ दें तो श्री सिंह कागजी रुप में भी करोड़पति ही हैं। नामांकन पर्चे के साथ दिये गये संपत्ति के उल्लेख में श्री सिंह ने इस तथ्य को स्वीकारा है कि उनके पास भले ही सोने की केवल एक अंगुठी हो, लेकिन उनकी पत्नी के पास 60 ग्राम सोना और 200 ग्राम चांदी है।
वहीं सासाराम से चुनाव लड़ रहीं निवर्तमान लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के पास अपनी कोई गाड़ी नहीं है। इनकी गरीबी का अनुमान इसी मात्र से लगाया जा सकता है कि इनके पास 36 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। यही हाल जमुई से लोकसभा चुनाव लड़ रहे लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान का भी है। उनके पास भी अपना कोई वाहन नहीं है लेकिन संपत्ति करोड़ों में है। सबसे अधिक आश्चर्यजनक यह है कि चिराग के उपर राजधानी पटना के राजाबाजार स्थित पीएनबी शाखा का करीब 45 लाख रुपए कर्ज है। काराकट से राजद प्रत्याशी कांति सिंह को गहनों से खूब लगाव है। उनके पास 250 ग्राम सोना और 580 ग्राम चांदी है। इनके पति को भी सोने चांदी रखने का बहुत शौक है। पुरुष होने के बावजूद इनके पास 140 ग्राम सोना और 600 ग्राम चांदी है। अन्य चल और अचल संपत्ति की कीमत करोड़ों में है।
बहरहाल, स्वच्छ राजनीति का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दल जदयू की टिकट पर नवादा से चुनाव लड़ रहे कौशल यादव सचमुच बाहुबली हैं। इनके उपर 8 मामले लंबित हैं। नवादा व्यवहार न्यायालय में प्रक्रियाधीन ये मामले जालसाजी, धोखाधड़ी एवं अन्य संज्ञेय अपराधों से संबंधित हैं। बाहुबली होने के साथ-साथ कौशल यादव 15 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है। इसमें इनकी पत्नी पूर्णिमा यादव की संपत्ति भी शामिल है। सबसे खास बात यह है कि श्री यादव अत्याधुनिक शस्त्र रखने के शौकीन हैं और इससे भी दिलचस्प यह है कि पिछले पांच वर्षों में इनकी संपत्ति में दिन दुनी रात चौगुणी वृद्धि हुई है।
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